Testimonial

राजा बैगा

राजा बैगा

यह बात जिला उमरिया विकासखण्ड मानपुर के ग्राम सेमरा के 11 वर्षीय राजा बैगा की है ग्राम सेमरा के दिहाडी मजदूर आनन्द लाल एवं गीता बैगा के एक पुत्री और 3 पुत्रो मे राजा द्वितीय पुत्र है। राजा अपनी बडी बहन और दो छोटे भाईयों से कुछ अलग है। उनका कुछ अलग होना ही उनके जीवन की सबसे बडी कठिनाई सावित हो रहा था। राजा जन्मजात नेत्रहीन है, ईश्वर ने हमारे राजा को इस दुनिया से देखने की दक्षता और सतरंगी दुनिया को महसूस करने की क्षमता से मरहूम रखा है।

वैसे तो समावेशन शिक्षा मे राजा का दाखिला जनपद पंचायत मानपुर के प्राथमिक शाला कुदरा टोला मे करा कर शैक्षिक औपचारिकता निभा ली गई थी, किन्तु ना तो उसके घर मे अथवा विद्यालय मे नेत्रहीन बच्चों को पढाने लायक माहौल था। ऐसे मे राजा की दूरी स्कूल से बढती चली गई। ऐसे मे सर्व शिक्षा अभियान की समावेशन शिक्षा और जनपद शिक्षा केन्द्रो मे मोबाईल स्त्रोत सलाहकारो की नियुक्ति ने राजा के लिए एक नई रोशनी प्रदान की। जनपद शिक्षा केन्द्र मानपुर की एम0आर0सी0 श्रीमती पुष्पलता गुप्ता के सेमरा मे आनन्द लाल बैगा के घर मे भ्रमण के दौरान राजा के बारे मे ज्ञात हुआ, तब श्रीमती गुप्ता ने न केवल राजा के माता-पिता बल्के राजा के विद्यालयों के शिक्षको की भी काउंसलिंग प्रारम्भ की श्रीमती गुप्ता की काउंसलिंग से राजा की बडी बहन ने प्रभावित होकर स्वयं राजा को नियमित विद्यालय ले जाने की ठान ली श्रीमती गुप्ता के इस सतत् काउंसलिंग ने अपना प्रभाव दिखाया और राजा बैगा प्राथमिक सेमरा मे अपकी बडी बहन के साथ नियमित विद्यालय आने लगा।

श्रीमती गुप्ता ने अपनी काउंसलिंग के दौरान राजा बैगा की एक विशेष और विलक्षण क्षमता उसके मधुर कण्ठ और विशिष्ट गायन शैली को भी पहचाना और राजा की इस खूबी को जनपद शिक्षा केन्द्रो के मानपुर और जिला शिक्षा केन्द्र उमरिया को अवगत कराया गया जिला शिक्षा केन्द्र के सहायक परियोजना समन्वयक (आई0ई0डी0 श्री कमलेश पाण्डेय ने विश्व विकलांग दिवस (3.12.2016) को राजा बैगा को मंच मे स्थान देते हुए उसकी प्रतिभा से सभी को परिचित कराया। राजा बैगा ने अपने मधुर कंण्ठ और विशिष्ट गायन शैली से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।

राजा बैगा की इस प्रतिभा को प्रशंसित करते हुए जिलाधिकारी उमरिया ने 26 जनवरी 2017 के भारत पर्व कार्यक्रम मे विशेष रूप से आमंत्रित कर उसे मंच प्रदान करते हुए पुरस्कृत किए। आज ग्राम सेमरा के राजा बैगा न केवल शाला के नियमित विद्यार्थी है बल्कि उमरिया जिले के राजा बेटा बन चुके है।